1. राष्ट्रीय संपत्तियों की रक्षा करना :
महत्वपूर्ण रेल लाइन , सड़क , पुल , इन्टरनेट केबल, टेलीफोन एक्बिसचेंज , बिजली की लाइन , पानी की सप्लाई , खाद्य / जल /पेट्रोल/ डीजल भण्डारों आदि की भारत में ही छिपे देश द्रोहियों से रक्षा करना |
2. सेना और सरकार का समर्थन करना
धन, रक्तदान, राहत सामग्री, और जरूरत की वस्तुओं का योगदान दें। सेना राहत कोष (Army Welfare Fund) में दान दें। https://bharatkeveer.gov.in/
3. आत्मरक्षा और प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान रखना
आपातकालीन या गृहयुद्ध की स्थिति में बचाव व सहायता के लिए प्राथमिक प्रशिक्षण आवश्यक होता है। भीड़ तंत्र से अपने और अपने परिवार की आत्मरक्षा के लिए समुचित उपाय करें |
4. गुप्त सूचनाएं साझा न करें
सोशल मीडिया या सार्वजनिक स्थानों पर सेना की गतिविधियों की जानकारी साझा न करें।
5. अफवाहें न फैलाना
WhatsApp, Facebook, Twitter आदि पर बिना पुष्टि के कोई खबर आगे न बढ़ाएं।
6. स्वयं सेवक के रूप में योगदान देना
राहत कार्यों, रक्तदान, चिकित्सा सहायता, भोजन वितरण आदि में भाग लें।
7. सुरक्षा नियमों का पालन करना
कर्फ्यू, ब्लैकआउट (Blackout) या अन्य सुरक्षा आदेशों का पूरी तरह पालन करें।
8. सामाजिक एकता बनाए रखना
जाति या भाषा के आधार पर समाज में फूट न पड़ने दें। शांति और भाईचारा बनाए रखें।
9. दैनिक आवश्यक वस्तुओं का संचय न करें
अनावश्यक वस्तुएं जमा कर के काला बाज़ारी को बढ़ावा न दें।
10. राष्ट्र के प्रति निष्ठा बनाए रखना
देशविरोधी अफवाहों, प्रचार या गलत सूचनाओं से बचें और दूसरों को भी सतर्क करें।
11. आपदा प्रबंधन और राहत केंद्रों में सहयोग देना
स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए शरण स्थलों में लोगों की मदद करें।
12. जरूरी सेवाओं में स्वयंसेवा देना (Essential Services)
यदि आप डॉक्टर, नर्स, इंजीनियर, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन आदि हैं, तो सरकार द्वारा मांगे जाने पर सेवाएं प्रदान करें।
13. देशी उत्पादों और रक्षा सामग्री को बढ़ावा देना
स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग कर विदेशी निर्भरता घटाएं और रक्षा उत्पादन में सहयोग करें।
14. रक्षा बलों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान बनाए रखें
सैनिकों के परिवारों की मदद करें, उनकी जरूरतों का ख्याल रखें।
15. रक्तदान व अंगदान के लिए तैयार रहना
घायल सैनिकों और नागरिकों के लिए रक्तदान जीवन रक्षक हो सकता है।
16. आपातकालीन नंबरों और संपर्कों की जानकारी रखना
स्थानीय थाने, अस्पताल, राहत केंद्र, एंबुलेंस इत्यादि की जानकारी रखें।
17. राष्ट्रीय एकता और मनोबल बनाए रखना
हर परिस्थिति में सकारात्मक रहें और दूसरों को भी आश्वस्त करें।
18. गुप्तचर गतिविधियों पर नजर रखना
संदिग्ध व्यक्तियों या गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों को दें।
19. बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा का ध्यान रखना
युद्ध के समय इन वर्गों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी अधिक होती है।
20. अपने कर्तव्यों को धर्म समझकर निभाना
युद्धकाल में राष्ट्रसेवा को सर्वोच्च कर्तव्य मानते हुए अपने स्तर पर योगदान दें।
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